Saturday 25 November 2017

हमारी प्यारी आशा

                                                        
हमारी  प्यारी आशा



आशा  हो तो ऐसी 
जो सबको करती बैचेन निंदो  में। 
जाते है कहा तो आती है उसकी याद ,
दिन ढलता नहीं बिन उसके साथ। 


टीचर भी इतने अच्छे की,
बच्चे को भी बनाते सच्चे। 
दिन चला जाता है यादो में उसकी ,
सोच में पड़ जाता है, हर कोई  इसके। 
           
          यही तो है आशा और उसका प्यार। 


नाम : तुषार  सरदार  , कक्षा : नौवी

4 comments: